मध्यप्रदेश में दलितों पर अत्याचार
मध्यप्रदेश की सरकार ने अभी इस प्रताड़ना के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया है जबकि लोगों द्वारा बराबर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना की शिकायतें आ रही हैं।तथ्यान्वेषी दल की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऊंची जाति के लोगों ने गदरवारा में दलित समुदाय के लोगों को समान बेचना बंद कर दिया है।उन्हें सार्वजिनक जगहों से पानी नहीं लेने दिया जा रहा और दलित समुदाय की महिलाओं को क्रूरतम बरताव की धमकी दी जा रही है।गदरवारा के दलित समुदाय के लोगों को नरेगा के काम भी नहीं दिए जा रहे, साथ ही उन्हें आवास-योजना और पेशन योजना से भी वंचित किया जा रहा है।रिपोर्ट में कहा गया है कि सामाजिक प्रतिबंध इतना गहरा है कि बटाईदार दलित किसानों को खेतों से फसल तक नहीं लेने दिया जा रहा।नीचे तथ्यान्वेषी दल की रिपोर्ट के कुछ अंश दिए जा रहे हैं।
(पूरी रिपोर्ट हमारे अंग्रेजी संस्करण में उपलब्ध है। )
मध्यप्रदेश में दलितों का सामाजिक बहिष्कार
हृदयहीन समाज – बेपरवाह प्रशासन (नागरिक अधिकार मंच और युवा संवाद द्वारा जारी तथ्यान्वेषी रिपोर्ट)
जिला-नरसिंहपुर, तहसील गदरवारा,प्रभावित इलाका-गदरवारा के अहिरवार समुदाय के लोग और गदरवारा से सटे गांव के दलित,तथ्यान्वेषी दल द्वारा भ्रमण किए गए गांव-नांदेड़,मदगुला,देवरी और टेकपुर,तारीख 7-9 नवंबर 2009, तथ्यान्वेषी दल के सदस्य-जय भीम,मूलचंद अहिरवार,जावेद,स्कंद शुक्ला,मनोज, सत्यम,शिवकुमार,निशांत कौशिक।
(विस्तार के लिए देखें हमारा अंग्रेजी संस्करण)
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